नारी है नारायणी – Dr. Krupesh Thacker
About Poetry

“नारी है नारायणी” is a poem by poet Dr. Krupesh Thacker. The poem is a part of the “Naari Hai Narayani: Yatra Naryastu Pujyante” poetry compilation book published under the Shabd Vandana project on account of Women’s Parv 2023.
नारी है नारायणी
वो लक्ष्मी का रूप,
नारी है नारायणी
वो शक्ति स्वरूप
नारी है नारायणी
वो ज्ञान है वो है दया
उस मे ही दिव्यता
है भारत की जो सभ्यता चलो
दे दुनिया को बता
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ।।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि रूपे संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपे संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपे संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपे संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
NOTE: The originality of the poetry is confirmed by the author. The author shall be responsible for any liability.